Monday, August 10, 2020

ज्ञान की ज्योती Poem By Archana Snehi

ज्ञान की ज्योती


Poem on Teachers Day

Poem on Teachers Day

ज्ञान की ज्योती

गुरु का मान बढाते जाना

ऐसा उज्जवल भविष्य बनाना

देख चकित रह जाए संसार

ऐसा  उत्तम  हो  विचार

ज्ञान का कोई मोल नही है

गुरू का कोई तोल नही है

ऐसी हो जीवन की अभिलाषा

भर  दे  दूजे  मन  मे  आशा

विद्यालय है ज्ञान का मंदिर

जहाँ गुरु मूरत शिष्य पुजारी

वहाँ नमन मे झुक जो जाए शीश

मिल जाए सफलता का आशीष

हाथ से हाथ जोडे रखना

ज्ञान का मशाल उठाए चलना

बुझ न सके जिसकी लौ

ऐसी ज्योत जलाए रखना।

Poem By Archana Snehi

No comments:

Post a Comment